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भैंस खरीदना हुआ आसान, किसानों और पशुपालकों के लिए वरदान है यह एप…

सदियों से चली आ रही इस व्यापार को आगे बढ़ाने का काम आज गाँव के साथ शहर के लोग भी करने लगे हैं क्योंकि आज हर कोई चाहता है की अपने काम के साथ साथ अन्य मुनाफा भी चलता रहे ताकि लोग भैंस खरीदें और अपने सपने और अपनी जरूरतों की चीजें जल्दी पूरा करें । इसके लिए वे पशुपालन शुरू कर देते है जो सभी के लिए वरदान साबित हो जाता है ।

रिसर्च के अनुसार यह कहना उचित होगा की आज पशु पालने वाले 80% से ज्यादा पशुपालक बड़े – बड़े शहरों से ज्यादा अच्छी और खुशहाल ज़िंदगी जी रहें है । आज हर कोई अच्छी हवा,अच्छे दूध,दही,घी चाहता है ताकि वह स्वस्थ रह सके। लेकिन मजबूरी में लोग बाजार से लेते है पर उसमे वो बात कहाँ…

जिसके लिए वह अपने आस पास पशुपालक को ढूंढते है और उनसे खरीदारी करते है जिनके लिए ग्राहक मुहमांगा रकम देते हैं ।

भारत में अधिकांश किसान दूध,घी और अन्य उत्पादों के लिए गाय और भैंस पालते हैं। वे दूध बेचकर ढेर सारे पैसे कमाते हैं। कुछ भैंस,जैसे मुर्रा नस्लें,विशेष रूप से दूध उत्पादन में अच्छी होती हैं। जिसमे  पशुपालन ऐप का बहुत बड़ा योगदान रहा है । आज भारत के कई हिस्सों में पशुपालक इन पशुओं का दूध बेचकर अच्छी आय अर्जित करते हैं। पर इसकी बिजनस शुरू करने वाले ज्यादातर पशुपालक पशु बाजार तथा अन्य जगहों से भैंस खरीद तो लेते है लेकिन कई बार उनका भरोसा टूट जाता है और वह उनके जालासाजी का शिकार भी हो जाते है।

जिससे पशुपालकों को आर्थिक नुकसान तो होता ही है इसके अलावा उनका भरोसा टूट जाता है ।

नए नए पशुपालक अपना पूंजी का बड़ा हिस्सा पशुओं को खरीदने पर लगाते है ऐसे में उनके साथ ये हादसा उन्हे आर्थिक कमजोर कर देता है। लेकिन अगर पशुपालक हमारे बताए गए बातों को ध्यान में रखे तो बिना धोखेबाजी के अच्छी और दुधारू मुर्रा भैंस  खरीद सकते है।

मुर्रा भैंस एक प्रकार की भैंस होती है जो बहुत बड़ी होती है। मुर्रा भैंस हरियाणा के रोहतक,हिसार और जींद जिलों के साथ-साथ पंजाब के पटियाला और नाभा में पाई जाने वाली भैंस की एक लोकप्रिय नस्ल है। एक काली भैंस एक व्यांत में 1800 लीटर तक दूध का उत्पादन कर सकती है। जानकारी के लिए हम आपको बता दें कि मुर्राह भैंस के दूध में 7% वसा होता है।

मुर्रा भैंसों को जल्दी पचने वाली वस्तुओं और पशुओं के चारे के रूप में दिया जाता है,

जिन्हें मक्का,गेहूं,जौ,जई और बाजरा अनाज जैसे प्रोटीन के उच्च गुणवत्ता वाले स्रोत की आवश्यकता होती है। मुर्राह नस्ल की भैंसों को अच्छी गुणवत्ता वाला दूध देने के लिए साफ-सुथरा रखने की जरूरत होती है। यह नस्ल प्रतिदिन 18 लीटर तक दूध देती है।

किन बातों का ध्यान रखना चाहिए:

  • यदि व्यापारी आपको बता रहा है कि वह जो भैंस बेच रहा है वह मुर्रा प्रजाति का है, तो आप सुनिश्चित हो सकते हैं कि यह विशेष भैंस पूरी तरह से काला है और उसके सींग घुमावदार और उसके सिर के ऊपर घुमावदार हैं। क्योंकि यह एकमात्र ऐसी नस्ल हैं, जो औसत से अधिक दूध देती हैं।
  • पशुओं को खरीदते समय उनके थनों को अवश्य देखें। चार थन होने चाहिए और वे समान लंबाई के होने चाहिए और एक दूसरे से समान दूरी पर स्थित होने चाहिए।
  • दूध देने वाली भैंस का शरीर सदैव त्रिभुजाकार होता है। इसका मतलब है कि भैंस का शरीर पीछे की तरफ भारी और आगे की तरफ संकरा होगा। पैर मजबूत होंगे और जमीन पर अच्छे से टिके रहेंगे।
  • आयन का पेट से अच्छा संबंध होना चाहिए, साथ ही ध्यान रखें की थन लटका हुआ नहीं होना चाहिए और कोई सूजन नहीं होनी चाहिए।
  • भैंस के पिछले पैरों पर आयन का आकार हमें बता सकता है कि यह कितना दूध देने में सक्षम होती है । यदि पिछले पैरों पर आयन बहुत अधिक दिखाई दे रहा है, तो इसका मतलब है कि भैंस की दूध देने की क्षमता अधिक है।
  • ज्यादातर व्यापारी सुबह ही पशुओं को बेचने आ जाते हैं क्योंकि उन्हें पास्चुरीकृत दूध मिल जाता है जिससे पांच लीटर दूध देने वाली भैंस आठ लीटर हो जाती है। इसलिए पशु को खरीदते समय उसे दो बार दोहन कर अवश्य देख लें। साथ ही यह भी ध्यान रखें कि दूध दुहने के बाद थन पूरी तरह सिकुड़ जाना चाहिए।
  • एक जानवर खरीदते समय, उसकी उम्र पर विचार करना सुनिश्चित करें और उसकी उम्र निर्धारित करने के लिए उनकी दांतों के निशान देखें। दांत का पहला जोड़ा पौने दो साल की उम्र में,साथ ही दूसरा जोड़ा ढाई साल की उम्र में, और तीसरा जोड़ा तीन साल के अन्त में चौथा जोड़ा चौथे साल के अन्त की उम्र में निकलता है। इस प्रकार से दांतों को देखकर नई और पुरानी गाय/भैंस की सटीक पहचान की जा सकती है।

देखा जाए तो मुर्रा भैंस की यह नस्ल दूरी भैंस की नस्लों  से दुगना है इतना ही नहीं अगर आप अपने मुर्रा भैंस को ठीक तरह से देखभाल करें तो मुर्रा भैंस रोजाना 30से 40 लीटर तक दूध आसानी से दे सकती है जिससे आप मनचाहा मुनाफा कमा सकते हैं तो आप भी आज ही पशुपालन ऐप की मदद से दुधारू मुर्रा भैंस खरीदें और अपने कमाई का नया जरिया बनाएँ।

 पिछले कुछ साल में, पशु खरीदारी पर पशुपालक लाखों रूपये  खर्च कर रहे हैं

 जी हाँ आज मुर्राह नस्ल की भैंस की कीमत एक लाख रुपए से भी ज्यादा है। साथ ही कभी – कभी  2 और ढाई लाख से भी ज्यादा रकम में भी पाई जाती है ।

कई किसान और पशुपालक मुर्रा भैंसों को खरीदकर डेयरी व्यवसाय शुरू कर सकते हैं।

मुर्राह भैंस की खरीद के लिए कई राज्य सरकारें भी आर्थिक अनुदान दे रही हैं। जिसमे सब्सिडी जैसे चीजें भी लागू कर दी गई है ।

साथ ही आप मेरापशु360 एप तथा वेबसाईट के द्वारा  दुधारू मुर्रा भैंस मात्र  70,000 रुपये में खरीदी जा सकती है। जहां इसपर ऑर्डर करते ही मुर्रा भैंस आपको घर तक डेलीवेरी की जा रही है ।

इसके साथ कई ऑफर तथा  अन्य  सुवधाएँ भी सिर्फ आपके लिए दी जा रही है । तो जल्दी करे आप अपने घर एक  दुधारू मुर्रा  नस्ल की भैंस जरूर लाए और इससे अपना कारोबार शुरू करें।

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